बिहार विधानसभा चुनाव 2020: पीएम नरेंद्र मोदी ने संकेत दिया है कि वे युवाओं को लुभाने के लिए अपना सोशल इंजीनियरिंग रिकॉर्ड सीधे सेट करेंगे, जो परिणाम का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी सोशल इंजीनियरिंग पर भारी पड़ रही है। भाजपा की योजना के अनुसार, पीएम मोदी राज्य में एक दर्जन रैलियों को संबोधित करेंगे, जहां अक्टूबर-नवंबर में तीन चरणों में मतदान होगा।


इससे पहले कि वह अभियान के निशान से टकराता, पीएम मोदी ने संकेत दिया कि वह अपने सोशल इंजीनियरिंग रिकॉर्ड को सीधे तौर पर उन युवाओं को लुभाने के लिए तय करेगा जो परिणाम का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।


हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, पीएम मोदी की लोकप्रियता बहुत अधिक है। उनकी अनुमोदन रेटिंग लगभग 78 प्रतिशत है। लगभग 48 फीसदी भारतीयों का मानना ​​है कि पीएम मोदी ने कोरोनोवायरस के प्रसार में जबरदस्त काम किया है और 30 प्रतिशत मानते हैं कि सरकार का काम बेहतरीन है।


एक एजेंसी के हालिया जनमत सर्वेक्षण के अनुसार, भाजपा को राज्य के कुल वोट शेयर का 33.88% प्राप्त करने की भविष्यवाणी की गई है, जबकि राजद 24.3 प्रतिशत के साथ समझौता करेगी। सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडी (यू) को 14.4 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है। कांग्रेस और एलजेपी क्रमशः 11.7% और 6.7% वोट शेयर हासिल करेंगे।


अपनी तरफ से नीतीश कुमार के साथ, भाजपा को भरोसा है कि गठबंधन भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगा।

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